May 14, 2012

बाइबिल का मार्गदर्शन


बाइबिल का एकमात्र कार्य मानवजाति के भविष्य के विषय में बताना ही नहीं है अपितु बाइबिल इससे बहुत कुछ अधिक बताती है. यह हमें आनंद पूर्वक जीवन को संतुष्टि से जीने की कुंजी बताती है. कुछ क्षण अपने जीवन में चल रहे व्याकुलता व कलेश के विषय में सोचें. हमें कई प्रकार की भावनाएँ घेरे रखती है, जैसे कि धन , परिवार, सेहत एवं अपनों के मरने का भय. बाइबिल हमें आज की इन सभी समस्याओं से निपटने में सहायता करती है तथा कई प्रश्नों के उत्तर देकर हमारे चित्त को राहत प्रदान करती है. इनमें से कुछ प्रश्न इस प्रकार है:
हम कष्ट क्यों भोगते है?
जीवन में आई विपत्तियों से कैसे निपटा जाये?
हम अपनी पारिवारिक जिंदगी कैसे खुशहाल बना सकते है?
मरने के बाद हमारा क्या होता है?
क्या हम फिर कभी अपने मृत बंधुयों को मिल पाएंगे?
हम यह कैसे विश्वास करें कि भविष्य में परमेश्वर अपना वचन निभायेंगे?
आप यह पढ़ रहे हैं, इससे यह पता चलता है कि आप जानना कहते है कि बाइबिल हमें और क्या सिखाती है. यह पुस्तक http://www.watchtower.org/hi/bh/index.हतं आपकी सहायता करेगी. आप देखेंगें कि प्रति अनुछेद के बाद उससे जुड़े प्रश्न अंत में दिए गए हैं . कई हज़ार लोगों ने यहोवा के साक्षी की इस प्रश्न व उत्तर रूपी बाइबिल को आनंद पूर्वक पढ़ा है. हमें आपसे मिलकर बाइबिल के विषय में और अधिक अध्ययन करने का मौका दें. आप अपने लिए एक प्रति प्राप्त करने के लिए क्लिक करे:
https://watch002.securesites.net/hi/contact/submit.हतं . परमेश्वर का आशीर्वाद आपको बाइबिल के पढने व मनन करने की रोमांचकारी अनुभूति प्रदान करे एवं बताये कि बाइबिल सही मायने में क्या सिखाती है.



Brain Based Learning

Neuroplasticity is ability of our brain to change and restructure itself which enables us to learn and adapt. This enables our brain to make...